केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 14 जून को मप्र आ रहे हैं। वे पचमढ़ी में प्रस्तावित तीन दिवसीय विधायक-सांसदों की ट्रेनिंग की शुरुआत करेंगे। साथ ही जनप्रतिनिधियों को टिप्स देंगे कि वे आने वाले दिनों में किस तरह से काम करें और क्या आचार संहिता रखें। ट्रेनिंग सत्र का समापन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्ढा कर सकते हैं। शाह का कार्यक्रम तय हो गया है, लेकिन नड्ढा की ओर से अभी मंजूरी नहीं मिली।
पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद ट्रेनिंग में पूरे समय रहेंगे। भाजपा के मुताबिक पिछली सरकार के विधायकों की दो दिनी ट्रेनिंग 4 वर्ष पहले उज्जैन में हुई थी। इस बार पचमढ़ी को चुना गया है। इसमें राम-भाऊ महाल्गी प्रबोधिनी संस्थान के लोग भी शामिल होंगे।
ये होंगे ट्रेनिंग के प्रमुख बिंदु
1. प्रैक्टिकल सेशन : इसमें विधायक-सांसदों की सोशल मीडिया एक्टिविटी, पॉड कॉस्ट, फॉलोअर, इंफ्लूएंसर आदि का ओरिएंटेशन होगा। बताया जाएगा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल कैसे, कब और कितना किया जाए। 2. फ्लैगशिप स्कीम : केंद्र और राज्य सरकार की वो योजनाएं, जिनसे ज्यादा हितग्राही या लाभ लेने वाले जुड़े हैं, वह क्या हैं। उन्हें समझना और जनता तक ले जाना। 3. वर्किंग कल्चर : भाजपा की रीति-नीति और चलन पर इसमें बात होगी। साथ ही कार्यपद्धति के बारे में बताया जाएगा, क्योंकि इसके अभाव में ही सांसद-विधायक अनुशासनहीनता जैसे काम करते हैं। 4. हिस्ट्री : भाजपा की शुरुआत, उससे पहले संगठन और बाद में उसकी वैचारिक यात्रा कैसे आगे बढ़ी। कौन लोग थे जिन्होंने यह काम किया, इसकी जानकारी दी जाएगी। 5. इकोनॉमी 2047 : केंद्र और मप्र सरकार के 2047 के विजन और रोडमैप के बारे में केंद्र और प्रदेश के नेता विधायकों को विस्तृत जानकारी देंगे।