राजनांदगांव । सुशासन तिहार के अंतर्गत राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम सहसपुर दल्ली में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। समाधान शिविर सहसपुरदल्ली कलस्टर में ग्राम पंचायत ग्राम पंचायत भैसातरा, सहसपुरदल्ली, अमलीडीह, बोटेपार, बहेराभाठा, जूरलाखुर्द, नागलदास, कलेवा, बाटगांव, खैरा ब से प्राप्त मांगों एवं समस्याओं के आवेदनों का निराकरण किया गया। समाधान शिविर में विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत जागरूकता रथ द्वारा किसानों को कृषि कार्य के संबंध में जागरूक किया गया। अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सचिन बघेल ने कहा कि शासन पूरे छत्तीसगढ़ में सुशासन तिहार के माध्यम से शासकीय जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल तक लाने के लिए समाधान शिविर का आयोजन किया गया है। समाधान शिविर के माध्यम से लोगों की समस्याओं एवं मांगों का निराकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खेती-किसानी के कार्य को देखते हुए विकसित कृषि संकल्प अभियान के माध्यम से किसानों को जागरूक करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिससे किसानों को कृषि कार्य से संबंधित समसामयिक वैज्ञानिक सूचना और सलाह अनुसार कृषि गतिविधियों से जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग द्वारा प्राकृतिक खाद बनाने के संबंध में बहुत अच्छी जानकारी दी गई। जिससे किसान रासायनिक खाद का कम उपयोग करने के लिए प्रेरित होंगे।
समाधान शिविर का उद्देश्य सुशासन तिहार के प्रथम चरण में प्राप्त विभागीय मांगों एवं शिकायतों का त्वरित, प्रभावी एवं पारदर्शी निराकरण करना था। समाधान शिविर में पंचायत एवं ग्रामीण विकास, कृषि, महिला एवं बाल विकास, राजस्व, खाद्य, स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाज कल्याण, विद्युत, वन, श्रम, पशुपालन, परिवहन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी सहित विभिन्न विभागों ने स्टॉल लगाकर जनसामान्य को विभागीय जानकारी दी। शिविर में पात्र हितग्राहियों को विभिन्न शासकीय योजनाओं से लाभान्वित किया गया। साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा स्टाल लगाकर शासकीय योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया गया। शिविर में ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक शामिल होकर विभागीय स्टॉलों में शासकीय योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। समाधान शिविर में प्राप्त आवेदनों का निराकरण भी किया गया। शिविर में विभागीय अधिकारियों ने निराकरणों का वाचन किया। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नन्हें बच्चों का अन्नप्राशन का आयोजन किया गया तथा गर्भवती माताओं की गोदभराई की गई। सुशासन तिहार अंतर्गत आयोजित समाधान शिविर में प्रस्तुत शिकायतों एवं मांगों के आवेदनों का निराकरण होने से ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी और शासन-प्रशासन के प्रति विश्वास देखने को मिला।