आंध्र प्रदेश के अनकापल्ली जिले की एक पटाखा फैक्ट्री में रविवार को आग लगने से धमाका हो गया। इससे फैक्ट्री में काम कर रहे आठ लोगों की जान चली गई। इसके अलावा सात अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
फायर ऑफिसर डी निरंजन रेड्डी ने बताया- हमें दोपहर करीब 1 बजे विस्फोट की सूचना मिली। दमकल की तीन गाड़ियां और 50 फायर फाइटर्स तुरंत मौके पर भेजे गए। इंसानी गलती की वजह से फैक्ट्री में विस्फोट होने की आशंका है।
वहीं, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और गृह मंत्री बात करके विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
पूर्व CM ने कार्यकर्ताओं से मदद करने को कहा
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और YSR कांग्रेस पार्टी के मुखिया जगन मोहन रेड्डी ने हादसे पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने राज्य सरकार से पीड़ितों और उनके परिवारों की मदद करने का आग्रह किया। उन्होंने पार्टी नेताओं को प्रभावित परिवारों से मिलने और जरूरी सहायता मुहैया कराने को कहा है।
2 हफ्ते पहले गुजरात में हुआ था हादसा
गुजरात के बनासकांठा के नजदीक डीसा में 1 अप्रैल की सुबह 8 बजे पटाखा फैक्ट्री में बॉयलर फटने से मध्य प्रदेश के 21 मजदूरों की मौत हो गई थी। वहीं, 5 मजदूर घायल हो गए थे।
विस्फोट इतना भीषण था कि कई मजदूरों के अंग 50 मीटर दूर तक बिखर गए। फैक्ट्री के पीछे खेत में भी कुछ मानव अंग मिले थे। फायर ब्रिगेड को आग पर काबू पाने में 5 से 6 घंटे लगे।
सभी मृतक और घायल मजदूर मध्य प्रदेश के हरदा जिले के हंडिया गांव के रहने वाले थे। जानकारी के मुताबिक सभी दो दिन पहले ही मजदूरी के लिए वहां गए थे।
दीपक ट्रेडर्स नाम की पटाखा फैक्ट्री में विस्फोटक लाकर पटाखा बनवाया जाता था। जांच में पता चला है कि कंपनी मालिक के पास पटाखे बनाने का नहीं बल्कि पटाखे बेचने का लाइसेंस था।