लोकसभा चुनाव के परिणाम देश और प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में आएंगे। आइएनडीआइए गठबंधन का प्रदर्शन बेहतर रहेगा। यह बात खरगोन और खंडवा से सांसद रहे चुके प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने 'नईदुनिया' से विशेष चर्चा में कही। प्रस्तुत हैं प्रमुख अंश...
मेरी गुना से चुनाव लड़ने की इच्छा थी। इसको प्रस्ताव भी दिया था। पार्टी प्रत्याशी का चयन और नेता की भूमिका विभिन्न आधारों पर तय करती है। अभी जो हमारा उम्मीदवार है, वह भी दमदार है और निश्चित तौर पर गुना में परिणाम पार्टी की अपेक्षा के अनुरूप आएंगे।
अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के आमंत्रण का राजनीतिकरण भाजपा ने किया। वह धर्म की ठेकेदार क्यों बनती है। भगवान श्रीराम सबके हैं। हम मंदिर जाते हैं और अयोध्या भी जाएंगे। इसके लिए हमें भाजपा की अनुमति की आवश्यकता थोड़ी है।
भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने झूठ की दुकान सजाई हुई है। 2014 में उन्होंने जो वादे किए थे, वे एक भी पूरे नहीं हुए। किसान और युवाओं की स्थिति क्या है, यह किसी को बताने की आज आवश्यकता नहीं है। हर परिवार महंगाई से त्रस्त है पर भाजपा इन मुद्दों की कभी बात नहीं करती है। वह तो लोगों को भ्रमित करने के लिए ऐसे विषय उठाती है, जिससे हमारा सामाजिक तानाबाना गड़बड़ाता है।
छिंदवाड़ा में पूरी भाजपा कमल नाथ की घेराबंदी में जुटी है पर वे अजेय हैं और घेराबंदी सफल नहीं होगी। इस बार भी उनके नेतृत्व में पार्टी छिंदवाड़ा लोकसभा सीट जीतेगी। भाजपा ने विधानसभा चुनाव में भी छिंदवाड़ा में ऐसा ही माहौल बनाया था पर सातों सीटें कांग्रेस ने जीतीं।
कांग्रेस में भगदड़ की स्थिति क्यों बनी है
यह बात सही है कि हमारे कई साथियों ने भाजपा की सदस्यता ले ली है। निजी स्वार्थों से लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। असल वजह तो वे ही बता सकते हैं क्योंकि इनमें से कई तो ऐसे नेता है जिन्हें पार्टी ने सब कुछ दिया है।
राहुल गांधी दमदारी से भाजपा के विरुद्ध मैदान में डटे हैं। उनके नेतृत्व से पूरी भाजपा घबराई हुई है इसलिए अनर्गल बयानबाजी करती रहती है। कभी उनके महुआ चखने को लेकर कुछ कहा जाता है तो कभी हेलिकाप्टर का फ्यूल खत्म होने पर टीका-टिप्पणी होती है पर इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। हम सब उनके साथ हैं और मिशन में जुटे हैं।
पार्टी में टिकट वितरण को लेकर नाराजगी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की प्रचार से दूरी बनाने की बात निराधार और भाजपा के लोगों द्वारा ही फैलाई जा रही है। वे हमारे साथ दौरा कर चुके हैं। हम सब एकजुट हैं और भाजपा को हराने के लिए काम कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, राज्य सभा सदस्य विवेक तन्खा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह समेत अन्य नेता भी प्रचार में जुटे हैं।
खजुराहो सीट हमने समझौते के तहत समाजवादी पार्टी को दी थी। वहां से मीरा यादव ने नामांकन पत्र जमा किया। हम सब नामांकन रैली में शामिल हुए थे। इससे स्पष्ट है कि जानबूझकर कुछ नहीं हुआ। जब नामांकन पत्र में कोई कालम यदि अधूर रह जाता है तो उसे तो रिटर्निंग आफिसर की जिम्मेदारी होती है कि वे उसे पूरा कराएं पर ऐसा नहीं हुआ। जानबूझकर नामांकन पत्र निरस्त किया गया ताकि भाजपा का लाभ मिल सके।